भारतीय कोंग्रेस पार्टी के बारे में बहोत सारी विवादास्पद बाते है और बहोत सारी चर्चा होती रहेती है | कोंग्रेस ने भारत जब से आजाद हुआ से लेकर अभी तक में ७० साल के करीब राज किया है | इस ७० साल में ऐसी बहोत सारी घटना घटी है जिसके बारे में बहोत कम लोगो को पता है | तब ना तो सोसियल मिडिया था ना ही प्राइवेट चेनल्स थी | अखबारों में जो छपता था, वो दुसरे दिन छपता था तो खबरों को मरोड़ना एकदम सरल था | तो बहोत सारी ऐसी बाते हे जो बहोत कम लोग जानते है, और जो आजकल के युवा वोटर्स है उसे तो कुछ भी पता नहीं है ! एक्सिदंतल प्राइम मिनिस्टर मूवी आ रही है , जिसमे २००५ से लेके २०१४ के बारे में ज्यादा है, लेकिन बहोत कुछ दिखाया नहीं गया है |
कोंग्रेस पार्टी के बारे में अनजान सत्य (Unknown Facts about congress party)
- आज की कोंग्रेस वो कोंग्रेस नहीं है जिसने आजादी दिलाई थी !बहोत लोगो को ये जानकार आश्चर्य होगा और मानने को तैयार भी नहीं होगे | आज जिस इंडियन नेशनल कोंग्रेस को आप जानते है वो कोंग्रेस पार्टी इंदिरा गांधीने १२ नवेम्बर १९६९ में पुरानी कोंग्रेस से अलग होकर बनायीं थी | १९६९ में कोंग्रेस ने अनुशाशनहीनता के आरोप में इंदिरा गाँधी को निकल दिया था, तब उसने ये पार्टी शरु की थी !
(सोर्स - बहोत सारी बुक्स में मिल जाएगा | ये विकिपीडिया पेज भी देख सकते हो ) - भोलानाथ और देवेन्द्रने कोंग्रेस के लिए विमान अपहरण किया था !भोलानाथ और देवेन्द्र दो भाई थे | दोनों ने १९७८में इन्डियन ऐरलाइन की एक डोमेस्टिक फ्लाईट हायजेक की थी | उनकी शर्त ऐ थी की राजीव गांधी और इंदिरा गाँधी पर लगे सारे आरोप हटा दिए जाए | इस बात के लिए उनको कोंग्रेस से टिकिट भी मिला था और वो जीते भी थे !
सोर्स - - इंदिरागांधी को ६ साल के लिए कोई भी चुनावी पोस्ट पर रहेने से प्रतिबन्ध लग गया था ! १९७५ में अलहाबाद (आज का प्रयागराज ! ) कोर्टने इंदिरागांधी को कोई भी चुनावी पोस्ट पर रहेने से प्रतिबन्ध लगा दिया था | कोर्ट के ये फेसले को सुप्रीम कोर्टमें चेलेंज करने की बजाये उन्होंने पुरे देश में इमर्जन्सी लगा दी !
(सोर्स => इमर्जन्सी पर की बुक्स | ऐ हिंदुस्तान टाइम्स का आर्टिकल भी पढ़ सकते है ) - राजीव गाँधीने मनमोहन सिंह को RBI गवर्नर पद से निकाल दिया था | मनमोहनसिंह जो की कोंग्रेस की तरफ से प्रतिष्ठित प्राइम मिनिस्टर रह चुके है, उसको इंदिरागांधी के बेटे राजीव गांधीने RBI पद से हटा दिया था | राजीव गाँधी को मनमोहन सिंह बिलकुल अच्छे नहीं लगेते थे |
(सोर्स => कोंग्रेस मंत्री और राष्ट्रपति रह चुके प्रणव मुखर्जीकी बुक - "The Turbulent Years" ) - इमर्जन्सी के दौरान सारे न्यूज़ सेंसर किये जाते थे -इमर्जन्सी के दौरान इंदिरागांधी ने H D J’Penha को नियुक्त किया था, जिसका काम था गवर्नमेंट के खिलाफ लिखी हुयी सारी खबरों को सेंसर करना ! उसने मिडिया को गवर्नमेंट के बारे में अच्छी बाते लिखने के लिए फ़ोर्स भी किया था |
(सोर्स - इमर्जन्सी पर बहोत सारी किताबे है , अगर आपको पोलिटिक्स में इंटरेस्ट है तो पढनी चाहिए | ये पॉइंट के लिए आप ये टाइम्स नाव का आर्टिकल भी पढ़ सकते है |
- ए पी जे अब्दुल कलाम को सेकण्ड टर्म राष्ट्रपति बनाने का विरोध किया !एपीजे अब्दुल कलाम को बाजपाई गवर्नमेंट ने नियुक्त किया था | उसकी टर्म ख़तम होने के बाद री-टर्म के लिए लेफ्ट फ्रंट ने विरोध किया था | लेफ्ट फ्रंट मुश्लिम के सपोर्ट के लिए जाने जाते है, लेकिन इस मामले में भारत के सबसे रिस्पेक्टेड राष्ट्रपति को सपोर्ट करने की बजाये प्रतिभा पाटिल को सपोर्ट किया था !
(सोर्स - आप इण्डिया टुडे का ये आर्टिकल पढ़ शकते है ) - इंदिरागांधी ने ९ राज्यों की सरकार को गिरा दिया था १९८० में जब इंदिरागांधी फिर से पावर में आई तब उसने ९ राज्यों की सरकारे गिरा दी थी और राष्ट्रपति शाशन लागु करवा दिया था ! इंदिरागांधी कोंग्रेस की राज्यों में बहुमति चाहती थी इसीलिए उसने ९ राज्यों की नॉन कोंग्रेस सर्कार को गिराकर राष्ट्रपति शाशन लागु करवा दिया | ये राज्यों थे पंजाब , गुजरात , तमिलनाडू, उड़ीसा, मध्यप्रदेश , राजस्थान, बिहार , उतर प्रदेश, महाराष्ट्र|
(सोर्स - आप इमर्जन्सी पर की बुक्स पढ़ शकते है , अभी इण्डिया टुडे का ऐ आर्टिकल ) - स्विस बेंक में सबसे आमिर एकाउंट होल्डर में राजीव गाँधी का नाम आया था | १९७१ में जब Swiss Magazine Schweizer Illustrierte ने अपने सर्वाधिक राशी वाले एकाउंट होल्डर्स के नाम प्रसिध्ध किये थे, उनमे से एक नाम राजीव गाँधी का भी था | उस समय एकाउंट में राजीव गाँधी की धनराशी २.५ बिलियन बताइ जा रही थी |
( सोर्स - ये आर्टिकल पढ़ शकते है, फोटो भी है )
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